भुगतान संतुलन और व्यापार संतुलन – Balance of Payment and Balance of Trade

Balance of Payment and Balance of Trade

भुगतान संतुलन / व्यापार संतुलन Balance of Payment and Balance of Trade व्यापार संतुलन व्यापार संतुलन  किसी दो देशों के बीच आयात और निर्यात के बीच के अंतर को ही व्यापार संतुलन कहते हैं, इसमें केवल दृश्य मद को ही शामिल किया जाता है। प्रोफेसर बेन्हम के अनुसार – किसी देश का व्यापार संतुलन एक … Read more

विदेशी विनिमय दर /Foreign Exchange Rate

विदेशी विनिमय दर एक देश का दूसरे देश के साथ व्यावसायिक एवं व्यापारिक संबंध होता है सभी देशों के अपने करेन्सी होते हैं, तथा भुगतान करने के लिए विभिन्न करेन्सी के बीच एक दर होती है जिससे विदेशी विनिमय दर या विनिमय दर कहते हैं। विदेशी विनिमय बाजार विदेशी विनिमय बाजार वह बाजार है जहां … Read more

केंद्रीय बैंक / भारतीय रिजर्व बैंक / रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया

केंद्रीय बैंक – Central Bank सभी देशों में विभिन्न बैंकों के शीर्ष स्थान पर एक केंद्रीय बैंक होता है जिस पर सरकार का स्वामित्व एवं नियंत्रण रहता है । केंद्रीय बैंकों का विकास मुख्यतः बीसवीं शताब्दी में हुआ है । केंद्रीय बैंक देश की संपूर्ण मौद्रिक एवं बैंकिंग व्यवस्था का नियंत्रण करता है तथा सभी … Read more

वस्तु विनिमय प्रणाली / मुद्रा / मुद्रा के कार्य

वस्तु विनिमय प्रणाली जब एक वस्तु का दूसरे वस्तु से प्रत्यक्ष रूप से आदान-प्रदान होता है तो उसे वस्तु विनिमय प्रणाली कहते हैं। उदाहरण के लिए गेहूं के बदले चावल, चावल के बदले कपड़ा इत्यादि का विनिमय। वस्तु विनिमय प्रणाली की कठिनाइयां मानव सभ्यता के प्रारंभ में वस्तु विनिमय प्रणाली प्रचलित थी, एक व्यक्ति गेहूं … Read more

आगम की धारणाएं – CONCEPTS OF REVENUE / आय का चक्रीय प्रवाह – CIRCULAR FLOW OF INCOME

   आगम की धारणाएं – ( CONCEPTS  OF REVENUEन ) (01)  आगम ( REVENUE) क्या है ? उत्तर – वस्तु की विभिन्न इकाइयों को बेचने पर उत्पादक को जो धनराशि प्राप्त होती है उसे आगम कहते हैं | (02) कुल आगम ( TOTAL REVENUE) क्या है ? उत्तर- किसी वस्तु की विभिन्न  इकाइयों को बेचने … Read more

राष्ट्रीय आय की धारणाएं / राष्ट्रीय आय का मापन

राष्ट्रीय आय की धारणाएं (01).  अंतिम वस्तुओं (FINAL GOODS) से आप क्या समझते हैं ? उत्तर– वे वस्तुए जो उत्पादन प्रक्रिया को पार कर चुकी होती हैं और जो  उपभोक्ता या  उत्पादक द्वारा अंतिम रूप से उपभोग( FINAL USE) किये जाने के लिए पूर्ण रूप से तैयार हो चुकी होती हैं  उन्हें अंतिम वस्तुएं कहा … Read more

मुद्रा, मुद्रा के कार्य, वस्तु विनिमय प्रणाली

वस्तु विनिमय प्रणाली (01) वस्तु विनिमय प्रणाली से आप क्या समझते हैं ? इस प्रणाली की कौन-कौन सी कठिनाई है ? उत्तर-                   वस्तु विनिमय प्रणाली जब एक वस्तु का किसी दूसरी वस्तु से प्रत्यक्ष रुप में आदान-प्रदान होता है तो उसे वस्तु विनिमय प्रणाली कहते हैं उदाहरण के लिए गेहूं के बदले चावल, चावल … Read more

बैंक ,व्यवसायिक बैंक , व्यवसायिक बैंकों के कार्य

बैंक – BANK बैंक  (BANK)  उस वित्तीय संस्था को कहते है जो जनता से धनराशी जमा करने तथा जनता को ऋण देने का काम करता है। लोग अपनी अपनी बचत की राशी को सुरक्षा की दृष्टि से अथवा ब्याज प्राप्त करने हेतु इन संथाओ में जमा करते है और आवास्क्ताओ के अनुशार समय समय पर … Read more

लागत / COST / लागत की अवधारणा / CONCEPTS OF COST

लागत ( COST ) किसी भी वस्तु के उत्पादन के लिए उत्पादन के विभिन्न साधनों की आवश्यकता पड़ती है जैसे उत्पादन में कच्चे माल, भूमि, पूंजी, श्रम, साहस इत्यादि की जरूरत पड़ती है अर्थात उत्पादन की विभिन्न साधनों के बदले पारिश्रमिक देना पड़ता है। अतः उत्पादन में लगे हुए विभिन्न साधनों पर उत्पादक को जो … Read more

उत्पादन फलन – PRODUCTION FUNCTION

उत्पादन फलन (PRODUCTION FUNCTION ) उत्पादन क्या है ? उत्तर- वह प्रक्रिया जिसके तहत मनुष्य की आवशयकता की पूर्ति करने वाले  वस्तुओं एवं सेवाओं का निर्माण किया जाता है उसे उत्पादन कहते हैं| कुल उत्पाद (TOTAL PRODUCT) क्या है ? उत्तर- एक निश्चित समय अवधि के दौरान स्थिर साधनों के साथ एक परिवर्तनशील साधन(LABOUR) की … Read more